GST 2.0 बदलाव से ट्रक, बस और ऑटो पार्ट्स पर टैक्स घटा
दिवाली से पहले गाड़ियों पर कम हुआ जीएसटी टैक्स

GST 2.0:दिवाली से पहले सरकार का तोहफा

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दिवाली से पहले मिडिल क्लास को बड़ा तोहफा: नए GST 2.0 से ट्रक, कार और ई-रिक्शा होंगे सस्ते

दिवाली से पहले सरकार ने मिडिल क्लास परिवारों को राहत देने के लिए GST 2.0 लागू कर दिया है। इस बदलाव का असर गाड़ियों, ऑटो पार्ट्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर पर सीधा पड़ेगा। पहले जहां कई गाड़ियों और टायरों पर 28 प्रतिशत टैक्स लगता था, वहीं अब नई दरें घटाकर 18 प्रतिशत कर दी गई हैं। इसका मतलब है कि अब कार, स्कूटर, ई-रिक्शा से लेकर ट्रक और एंबुलेंस तक की कीमतों में कमी आएगी।


जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव

सरकार ने घोषणा की है कि अब कई तरह के वाहनों और ऑटो पार्ट्स पर टैक्स 28% से घटाकर 18% कर दिया जाएगा।

  • न्यूमेटिक टायर (साइकिल, रिक्शा और एयरक्राफ्ट के टायर छोड़कर) पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है। इससे गाड़ियों की मेंटेनेंस कॉस्ट कम होगी।
  • बस, ट्रक और एंबुलेंस पर टैक्स 18% कर दिया गया है।
  • रोड ट्रैक्टर (1800 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाले, जो सेमी-ट्रेलर खींचते हैं) पर अब 18% टैक्स लगेगा।

यह बदलाव लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए राहत भरा है क्योंकि अब माल ढुलाई का खर्च घटेगा।


छोटे इंजन वाली गाड़ियां होंगी सस्ती

भारत में मिडिल क्लास परिवार ज्यादातर हैचबैक और कॉम्पैक्ट सेगमेंट की गाड़ियां खरीदते हैं। पहले इन गाड़ियों पर 28% टैक्स देना पड़ता था, लेकिन अब ये 18% स्लैब में आ गई हैं।

  • पेट्रोल, CNG और LPG कारें (1200 सीसी तक, लंबाई 4 मीटर तक)
  • डीजल कारें (1500 सीसी तक, लंबाई 4 मीटर तक)

इस फैसले से कार खरीदने का बोझ हल्का होगा और कई परिवार अब अपने सपनों की गाड़ी आसानी से खरीद पाएंगे।


थ्री-व्हीलर और टू-व्हीलर पर राहत

छोटे शहरों और कस्बों में लोग रोजमर्रा की जरूरतों के लिए टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर गाड़ियों पर निर्भर रहते हैं।

  • थ्री-व्हीलर ई-रिक्शा और ऑटो पर अब सिर्फ 18% टैक्स लगेगा।
  • मोटरसाइकिल, स्कूटर और मोपेड (350 सीसी तक) भी 18% टैक्स स्लैब में आ गए हैं।

इससे छोटे कारोबारियों, छात्रों और परिवारों को सीधा फायदा होगा।


हेल्थ सेक्टर को भी फायदा

नई जीएसटी दरों का असर सिर्फ पर्सनल व्हीकल्स पर ही नहीं बल्कि हेल्थ सेक्टर पर भी पड़ेगा।

  • फैक्ट्री से आने वाली मेडिकल फिटमेंट्स वाली एंबुलेंस पर टैक्स घटाकर 18% कर दिया गया है।
  • हाइब्रिड गाड़ियां (पेट्रोल/डीजल + इलेक्ट्रिक मोटर) को भी टैक्स राहत दी गई है।

इससे जहां मरीजों को सस्ती एंबुलेंस सुविधा मिलेगी, वहीं पर्यावरण हितैषी गाड़ियों की खरीद भी बढ़ेगी।


मिडिल क्लास को सीधी राहत

यह फैसला मिडिल क्लास परिवारों के लिए एक तरह से दिवाली का तोहफा है। अब उन्हें अपनी जेब से कम पैसे खर्च करने होंगे और गाड़ी खरीदने का सपना थोड़ा आसान हो जाएगा। वहीं, लॉजिस्टिक्स कंपनियों को भी लागत घटने से फायदा होगा, जिससे सामान ढुलाई का खर्च भी कम हो सकता है।


निष्कर्ष

नए GST 2.0 बदलाव से सरकार ने साफ कर दिया है कि उसका मकसद आम लोगों की जेब पर बोझ कम करना और अर्थव्यवस्था को गति देना है। अब मिडिल क्लास को सस्ती गाड़ियां, टू-व्हीलर और ई-रिक्शा मिलेंगे। हेल्थ सेक्टर को सस्ती एंबुलेंस और ट्रांसपोर्ट कंपनियों को घटा हुआ खर्च—ये सभी फायदे मिलकर इस कदम को एक बड़ा सुधार साबित करते हैं।

दिवाली से पहले यह निर्णय न केवल आम जनता बल्कि कारोबारियों के लिए भी राहत का संदेश लेकर आया है।

Note: “नई टैक्स दरों के बारे में ज्यादा जानकारी आप GST Council Official Site पर देख सकते हैं।”

“ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े डिटेल्स Make in India Automobile Sector वेबसाइट पर मिलेंगे।”

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