नई दिल्ली:
महंगाई से परेशान आम जनता और दबाव झेल रहे छोटे व्यापारियों के लिए सरकार ने बड़ी राहत का संकेत दिया है। जीएसटी कटौती 2025 के प्रस्ताव के तहत रोजमर्रा के सामान पर टैक्स 12% से घटाकर 5% और छोटी कारों पर 28% से घटाकर 18% करने की योजना है। इस कदम से सरसों तेल, घी, बादाम और नमकीन जैसे सामान सस्ते होंगे और साथ ही ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी नई जान आएगी।
रोजमर्रा के सामान होंगे सस्ते – जीएसटी कटौती 2025 का असर
गाजियाबाद के कारोबारी दीपक गुप्ता बताते हैं कि टैक्स घटने से ग्राहकों को सीधा फायदा मिलेगा।
- 370 रुपये के सरसों तेल पर अभी 44 रुपये जीएसटी लगता है, जो घटकर सिर्फ 18 रुपये रह जाएगा।
- 650 रुपये के घी पर 78 रुपये की जगह सिर्फ 32 रुपये टैक्स लगेगा, यानी घी 45 रुपये तक सस्ता हो जाएगा।
- बादाम का आधा किलो पैक करीब 70 रुपये तक सस्ता हो सकता है।
- जाम और नमकीन जैसे पैक पर भी 7-14 रुपये तक राहत मिलेगी।
उनका कहना है कि जीएसटी कटौती 2025 से बिक्री बढ़ेगी, ग्राहक ज्यादा खरीदारी करेंगे और सरकार का टैक्स कलेक्शन भी मजबूत होगा।
कार खरीदने वालों के लिए खुशखबरी
ऑटोमोबाइल सेक्टर भी इस फैसले से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठा है। साहनी मोटर्स के सीईओ राजीव साहनी के अनुसार, छोटी कारों पर जीएसटी कटौती लागू होने के बाद कीमतें 35,000 से 50,000 रुपये तक घट सकती हैं।
उनका कहना है – “त्योहारी सीजन में बिक्री 15-20% तक बढ़ सकती है। कार अब लग्जरी नहीं, बल्कि जरूरत है। टैक्स घटने से अफॉर्डेबिलिटी बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।”
क्यों है जीएसटी कटौती 2025 ज़रूरी?
- ग्राहकों को सस्ता सामान मिलेगा
- छोटे व्यापारियों का बोझ घटेगा
- सरकार को टैक्स कलेक्शन में फायदा होगा
- ऑटो सेक्टर में मांग बढ़ेगी
- महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा
👉 जीएसटी कटौती लागू होने पर महंगाई से जूझ रहे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और व्यापार जगत में नई ऊर्जा का संचार होगा।

