सनातन धर्म में कार्तिक माह को सबसे पवित्र महीनों में गिना गया है। यह माह भक्ति, साधना और दीपों की रोशनी से जीवन को आलोकित करने का प्रतीक है।
इस महीने में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार — दीवाली (Diwali 2025), गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2025), भाई दूज (Bhai Dooj 2025) और अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav 2025) — न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक एकता और प्रेम का संदेश भी देते हैं।
🪔 Diwali 2025 कब है? (Diwali 2025 Date, Muhurat & Importance)
📅 तिथि: 20 अक्टूबर 2025, सोमवार
🕉 तिथि विवरण: कार्तिक अमावस्या
🪔 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: शाम 7:08 बजे से रात 8:18 बजे तक
📿 प्रदोष काल: शाम 5:46 बजे से रात 8:18 बजे तक
🌌 वृषभ काल: रात 7:08 बजे से रात 9:03 बजे तक
अमावस्या प्रारंभ: 20 अक्टूबर, सुबह 3:44 बजे
अमावस्या समाप्त: 21 अक्टूबर, सुबह 5:54 बजे
🔱 दीवाली का धार्मिक महत्व
दीवाली केवल दीपों का पर्व नहीं, बल्कि यह अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है।
शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम चौदह वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या लौटे थे। उनके आगमन की खुशी में नगरवासियों ने घी के दीपक जलाकर पूरी अयोध्या को प्रकाशित किया था। तभी से दीपावली का उत्सव प्रारंभ हुआ।
साथ ही, इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, और कुबेर देव की पूजा का विधान है।
मां लक्ष्मी धन-संपत्ति की देवी हैं, गणेश जी बुद्धि और शुभता के प्रतीक हैं, और कुबेर देव धन के रक्षक माने जाते हैं।
🌼 दीवाली पूजन विधि (Lakshmi Puja Vidhi 2025)
- घर की साफ-सफाई कर द्वार पर रंगोली और दीप जलाएं।
- पूजन स्थल पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां स्थापित करें।
- लाल कपड़ा बिछाकर कलश स्थापित करें और जल, रोली, चावल, फूल, हल्दी, दीपक, मिठाई रखें।
- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जप करते हुए पूजा आरंभ करें।
- माता लक्ष्मी को भोग, प्रसाद और पुष्प अर्पित करें।
- रात्रि में घर के प्रत्येक कोने में दीप जलाकर लक्ष्मीजी का स्वागत करें।
🌄 गोवर्धन पूजा 2025 कब है? (Govardhan Puja 2025 Date, Muhurat & Significance)
📅 तिथि: 22 अक्टूबर 2025, बुधवार
🕉 तिथि विवरण: कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
🌅 प्रातःकालीन मुहूर्त: सुबह 6:26 से 8:42 बजे तक
🌇 सायाह्न मुहूर्त: दोपहर 3:29 से शाम 5:44 बजे तक
तिथि प्रारंभ: 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे
तिथि समाप्त: 22 अक्टूबर रात 8:16 बजे
🌾 गोवर्धन पूजा का इतिहास और कथा
गोवर्धन पूजा का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से है।
जब ब्रजवासी इंद्रदेव की पूजा करते थे, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि असली पूज्य तो गोवर्धन पर्वत है, जो वर्षा का जल रोककर उनकी रक्षा करता है।
इस पर इंद्रदेव क्रोधित हुए और मूसलाधार वर्षा कर दी, तब श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की।
तब से यह दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट पर्व के रूप में मनाया जाता है।
🌽 गोवर्धन पूजा विधि
- आटे, मिट्टी या गोबर से गोवर्धन पर्वत का आकार बनाएं।
- उस पर फूल, जल, दीप और अन्नकूट का भोग लगाएं।
- भगवान कृष्ण की मूर्ति या चित्र के समक्ष धूप-दीप जलाएं।
- पूजा के बाद परिवार के साथ प्रसाद और अन्नकूट का भोजन ग्रहण करें।
👩❤️👨 भाई दूज 2025 कब है? (Bhai Dooj 2025 Date, Muhurat & Meaning)
📅 तिथि: 23 अक्टूबर 2025, गुरुवार
🕉 तिथि: कार्तिक शुक्ल द्वितीया
🕒 शुभ मुहूर्त: दोपहर 1:13 बजे से 3:28 बजे तक
तिथि प्रारंभ: 22 अक्टूबर रात 8:16 बजे
तिथि समाप्त: 23 अक्टूबर रात 10:46 बजे
💖 भाई दूज का महत्व
भाई दूज का पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक है।
कथा के अनुसार, यमराज अपनी बहन यमुना के घर भोजन करने गए थे।
यमुना ने भाई का तिलक कर उनका स्वागत किया। प्रसन्न होकर यमराज ने आशीर्वाद दिया कि जो भी बहन इस दिन अपने भाई का तिलक करेगी, उसके भाई की आयु लंबी होगी।
🌸 भाई दूज विधि
- बहनें थाली में तिलक, मिठाई, दीपक और अक्षत रखें।
- भाई को तिलक लगाकर आरती करें।
- भाई अपनी बहन को उपहार और आशीर्वाद दें।
- दोनों मिलकर भोजन करें और परिवारिक स्नेह का उत्सव मनाएं।
🪷 अयोध्या दीपोत्सव 2025 (Ayodhya Deepotsav 2025 Date & Significance)

📅 दीपोत्सव तिथि: 19 अक्टूबर 2025, रविवार
🕯 दीवाली पूजा: 20 अक्टूबर 2025
🕕 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: शाम 7:16 से रात 8:25 बजे तक
🌙 निशीथ काल पूजन: रात 11:46 से 12:37 बजे तक
अयोध्या में इस वर्ष 26 लाख 11 हजार 101 दीपों से सरयू घाट और पूरी नगरी को जगमगाने का लक्ष्य है।
यह आयोजन विश्व का सबसे बड़ा दीपोत्सव माना जाता है।
🌠 अयोध्या दीपोत्सव का महत्व
अयोध्या वह नगरी है जहाँ भगवान श्रीराम का जन्म हुआ और यहीं से दीवाली की परंपरा शुरू हुई।
इस दिन सरयू घाट पर दीप प्रज्वलन, रामलीला, लेजर शो, और आरती का आयोजन किया जाता है।
यह पर्व पूरी दुनिया को धर्म, आस्था और एकता का संदेश देता है।
🔯 त्योहारों की संक्षिप्त तालिका
पर्व | तिथि | दिन | प्रमुख मुहूर्त |
---|---|---|---|
अयोध्या दीपोत्सव | 19 अक्टूबर 2025 | रविवार | शाम 7:00 से दीप प्रज्वलन |
दीवाली | 20 अक्टूबर 2025 | सोमवार | शाम 7:08 से 8:18 बजे |
गोवर्धन पूजा | 22 अक्टूबर 2025 | बुधवार | सुबह 6:26 से 8:42 बजे |
भाई दूज | 23 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | दोपहर 1:13 से 3:28 बजे |
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🌺 निष्कर्ष
Diwali 2025 कार्तिक मास का यह पर्व श्रृंखला केवल धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि जीवन में प्रकाश, प्रेम और सकारात्मकता फैलाने का संदेश है।
दीवाली हमें सिखाती है कि हर अंधकार के बाद प्रकाश अवश्य आता है,
गोवर्धन पूजा हमें प्रकृति और धरती के प्रति कृतज्ञ रहना सिखाती है,
और भाई दूज हमें पारिवारिक स्नेह का महत्व समझाती है।
आप सभी को दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएँ।
मां लक्ष्मी आपके घर धन, सुख और समृद्धि का प्रकाश फैलाएं। 🌟