‘कुछ लोग खुद को दुनिया का बॉस समझते हैं… उन्हें भारत का विकास पसंद नहीं’ – BEML रेल कोच फैक्ट्री के भूमि पूजन में राजनाथ सिंह का संबोधन
राजनाथ सिंह BEML रेल कोच फैक्ट्री के भूमि पूजन समारोह में रविवार को मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के उमरिया गांव पहुंचे और वहां से देश व प्रदेश के औद्योगिक विकास को लेकर बड़ा संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे तेज़ी से विकास करने वाला देश है, लेकिन कुछ लोग हैं जिन्हें यह रफ़्तार रास नहीं आ रही। उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि कुछ लोग खुद को दुनिया का ‘बॉस’ समझते हैं और भारत की प्रगति में अड़चन डालना चाहते हैं।
भारत की प्रगति से परेशान ‘कुछ लोग’
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत आज जिस गति से आगे बढ़ रहा है, वह आने वाले समय में इसे विश्व की सबसे बड़ी शक्तियों में शामिल करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कई ताकतें कोशिश कर रही हैं कि भारत में निर्मित वस्तुएं, जब दूसरे देशों में पहुंचें, तो उनकी कीमत वहां के उत्पादों से ज़्यादा हो जाए, ताकि विदेशी खरीदार उन्हें न खरीदें।
“लेकिन हम रुकने वाले नहीं हैं,” राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत अब आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और दुनिया हमें एक नई शक्ति के रूप में देख रही है।”
रक्षा क्षेत्र में नया कीर्तिमान
राजनाथ सिंह ने गर्व से बताया कि भारत अब 24,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रहा है। उन्होंने इसे ‘नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र’ बताते हुए कहा कि आने वाले समय में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
“आज हम न केवल अपनी ज़रूरतें खुद पूरी कर रहे हैं, बल्कि दुनिया को भी रक्षा उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं,” उन्होंने कहा।
ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने हाल ही में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों की हत्या की थी, लेकिन भारत ने ‘आतंकियों का कर्म देखकर’ जवाब दिया।
यह बयान सभा में मौजूद लोगों के बीच देशभक्ति की भावना को और मज़बूत कर गया।
BEML रेल कोच फैक्ट्री से औद्योगिक विकास को नई गति
मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आज BEML (भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड) की नई रेल कोच फैक्ट्री के भूमि पूजन से प्रदेश को नई दिशा मिली है।
इस परियोजना में लगभग 1,800 करोड़ रुपये का निवेश होगा और अगले दो वर्षों में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
यहां न केवल रेल के डिब्बों का निर्माण होगा, बल्कि रेलवे के अन्य आधुनिक उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, “यह फैक्ट्री न सिर्फ इस क्षेत्र, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश और आसपास के राज्यों की अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती देगी।”
मध्य प्रदेश अब ‘मॉडर्न प्रदेश’
राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश का औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुनरुत्थान हो रहा है।
उन्होंने कहा, “अब एमपी सिर्फ ‘मध्य प्रदेश’ नहीं, बल्कि ‘मॉडर्न प्रदेश’ बन चुका है।”
वंदे भारत रेल कोच – परिवहन क्षेत्र में क्रांति
रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि BEML द्वारा निर्मित वंदे भारत रेल कोच देश के परिवहन क्षेत्र को नई रफ़्तार दे रहे हैं।
इन हाई-स्पीड कोचों के चलते न केवल यात्रियों को तेज़ और आरामदायक सफ़र मिल रहा है, बल्कि देश की रेल प्रणाली भी आधुनिक हो रही है।
स्थानीय रोजगार और क्षेत्रीय विकास
BEML रेल कोच फैक्ट्री के निर्माण से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। तकनीकी, इंजीनियरिंग और प्रबंधन क्षेत्र में हजारों लोगों को सीधी और अप्रत्यक्ष नौकरियां प्राप्त होंगी।
इसके साथ ही आसपास के क्षेत्रों में छोटे और मंझोले उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
टैरिफ वॉर और भारत की रणनीति
अपने भाषण में राजनाथ सिंह ने ‘टैरिफ वॉर’ का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कुछ देश भारतीय उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाकर भारत के निर्यात को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
लेकिन भारत सरकार इसके समाधान के लिए कूटनीतिक और आर्थिक दोनों स्तरों पर रणनीति बना रही है।
“हमारी प्राथमिकता है कि भारत के उत्पाद दुनिया में अपनी गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मक कीमत के कारण पहचाने जाएं,” उन्होंने कहा।
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निष्कर्ष
राजनाथ सिंह BEML रेल कोच फैक्ट्री के भूमि पूजन कार्यक्रम में दिया गया उनका भाषण सिर्फ एक औपचारिक संबोधन नहीं था, बल्कि यह भारत के आत्मनिर्भर और सशक्त भविष्य की दिशा में एक स्पष्ट संदेश था।
चाहे रक्षा क्षेत्र हो, औद्योगिक विकास, या परिवहन का आधुनिकीकरण – भारत अब ‘निर्माण की शक्ति’ (Manufacturing Power) बनने की ओर अग्रसर है।
BEML की यह परियोजना न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए विकास का प्रतीक बनने जा रही है।