
कैथरीन पेरेज़ शेकेड-मोसाद की ‘ब्लैक विडो’: एक जासूसी कहानी जो हकीकत निकली
Israel And Iran War — यह कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि वो खतरनाक मिशन है जिसने ईरान की राजधानी तेहरान में हलचल मचा दी। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की इस मिशन की नायिका है कैथरीन पेरेज़ शेकेड – “मोसाद की ‘ब्लैक विडो“— एक महिला एजेंट, जिसने धर्म, हुस्न और दिमाग को हथियार बना लिया।
👤 कौन है कैथरीन पेरेज़ शेकेड?
फ्रांसीसी मूल की इस महिला एजेंट को खूबसूरत, तेज़तर्रार और खुफिया अभियानों में ट्रेंड बताया जा रहा है। दो साल पहले वह ईरान में दाखिल हुई और खुद को एक धार्मिक जिज्ञासु महिला बताते हुए वहां की संस्कृति में घुल-मिल गई।
🕌 इस्लाम कबूल कर ईरानी समाज में बनाई जगह
- कैथरीन ने शिया इस्लाम कबूल किया
- धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर ईरानी महिलाओं से दोस्ती की
- धीरे-धीरे शीर्ष अधिकारियों के घरों में “भरोसे की मेहमान” बन गई
📸 धर्म की आड़ में गहराई तक जासूसी
कैथरीन ने अधिकारियों की पत्नियों के जरिए घरों तक पहुंच बनाई।
वह:
- सुरक्षा ठिकानों की तस्वीरें लेती
- घरों की प्लानिंग और गतिविधियों पर नजर रखती
- संवेदनशील जानकारियां इजरायल के मोसाद तक भेजती रही
🎯 हमले इतने सटीक कैसे हुए?
जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ा, तो ईरानी अधिकारी अपने ठिकाने बदलने लगे। उन्हें लगा वे अब सुरक्षित हैं, लेकिन हर बार हमला सटीक टाइमिंग और लोकेशन पर हुआ। इसी से शक की सुई कैथरीन पर गई।
🔍 तस्वीरों से खुला भेद
जांच में पुराने वीडियो फुटेज और तस्वीरों को खंगाला गया। हर बड़ी पार्टी या मीटिंग में एक ही चेहरा दिखा — कैथरीन पेरेज़ शेकेड।
वह घरेलू तस्वीरों में भी कई अफसरों के परिवारों के साथ नजर आई।
❓ अब कहां है ‘ब्लैक विडो’ कैथरीन पेरेज़ शेकेड?
अब वह गायब है। ईरान की खुफिया एजेंसी ने देशभर में उसके पोस्टर और नोटिस जारी किए हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक वह अब किसी और नाम और पासपोर्ट के साथ किसी तीसरे देश में रह रही हो सकती है।
🕵️♂️ जासूसी की सबसे दुस्साहसी कहानी
यह मिशन मोसाद के इतिहास का सबसे चर्चित और दुस्साहसी जासूसी ऑपरेशन माना जा रहा है। कैथरीन न केवल दुश्मन देश में घुसी, बल्कि अफसरों के निजी जीवन और भरोसे तक में सेंध लगा गई।
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