जय माता दी, जय गुरुदेव!
आज का दैनिक पंचांग 11 अगस्त 2025 धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि के साथ-साथ आज कजली तीज का पावन पर्व भी मनाया जाएगा। आइए जानते हैं आज के पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, योग और ग्रह स्थिति की विस्तृत जानकारी।
🗓 तिथि, नक्षत्र और योग
- संवत्सर – श्री सिद्धार्थी रौद्र संवत 2082
- शक संवत – शालिवाहन शाके 1947
- कलियुग संवत – 5127
- माह – भाद्रपद (वर्षा ऋतु)
- पक्ष – कृष्ण पक्ष
- तिथि – द्वितीया (प्रातः 10:34 बजे तक), इसके बाद तृतीया
- नक्षत्र – शतभिषा (दोपहर 1:00 बजे तक), उपरांत पूर्वा भाद्रपद
- नक्षत्र स्वामी – राहु
- नक्षत्र देवता – वरुण
- योग – अतिगंड (रात्रि 7:33 बजे तक), इसके बाद सुकर्मा
- करण – गर (प्रातः 10:34 बजे तक), उपरांत बव
🌅 सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय – प्रातः 6:12 बजे
- सूर्यास्त – शाम 7:14 बजे
- दिन मान – 32 घटी 34 पल
🌙 चंद्रमा और उसकी स्थिति
- चंद्र राशि – प्रातः 6:10 बजे तक कुंभ, इसके बाद मीन
- चंद्रोदय – रात 8:27 बजे
- चंद्रास्त – अगली सुबह 7:32 बजे
📿 वार और देवता
- दिन – सोमवार
- वार स्वामी – चंद्र देव
- पूजन का महत्व – शिव आराधना के लिए श्रेष्ठ एवं फलदायी
🌟 विशेष पर्व / व्रत
- कजली तीज – उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में आज का दिन कजली तीज के व्रत और उत्सव के लिए प्रसिद्ध है। महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत करती हैं।
🕒 आज के शुभ और अशुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त – 11:59 पूर्वाह्न से 12:53 अपराह्न तक (54 मिनट)
(भगवान विष्णु को प्रिय मुहूर्त, सभी शुभ कार्यों के लिए उत्तम) - अमृत चौघड़िया –
- प्रातः 6:12 से 7:42 बजे तक
- अपराह्न 4:42 से 6:12 बजे तक
- शुभ चौघड़िया – प्रातः 9:12 से 10:42 बजे तक
- लाभ चौघड़िया – अपराह्न 3:12 से 4:42 बजे तक
अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल (दिन) – 7:30 से 9:00 बजे तक
- राहुकाल (रात्रि) – रात 10:00 से 11:42 बजे तक
- गुलिककाल – 1:30 से 3:00 बजे तक (शुभ कार्य किए जा सकते हैं)
- यमगंडम – 10:30 पूर्वाह्न से 12:00 बजे तक
- दिशाशूल – पूर्व दिशा (यात्रा वर्जित, आवश्यक होने पर दर्पण दर्शन या शिव पर जल अर्पण करें)
- दुष्ट मुहूर्त –
- 12:52 अपराह्न से 1:59 अपराह्न तक
- 3:32 अपराह्न से 4:25 अपराह्न तक
💫 तारा बल
- आज का चंद्रबल – मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु और कुंभ राशि वालों के लिए अनुकूल
- जन्म लेने वाले शिशुओं की राशि – प्रातः 6:10 बजे तक कुंभ, उपरांत मीन
- जन्म नक्षत्र – दोपहर 1:00 बजे तक शतभिषा, फिर पूर्वा भाद्रपद
- आज कोई भी गंडमूल नक्षत्र नहीं है
🪐 ग्रह स्थिति (गोचर)
- सूर्य – कर्क राशि में, 24°24′43″
- चंद्रमा – कुंभ से मीन राशि में प्रवेश, 26°44′56″
- मंगल – कन्या में, 07°03′52″
- बुध – कर्क में, 10°19′17″
- बृहस्पति – मिथुन में, 19°11′
- शुक्र – मिथुन में, 16°05′38″
- शनि – मीन में, 07°07′31″
- राहु – कुंभ में, 25°37′52″
- केतु – सिंह में, 25°37′52″
📝 आज का दैनिक विचार
“जीवन में शुभ कार्य करने के लिए सिर्फ समय ही नहीं, मन की पवित्रता भी आवश्यक है।”
📌 आज का सारांश
आज का दैनिक पंचांग 11 अगस्त 2025 के अनुसार, सोमवार का दिन शिव आराधना और कजली तीज व्रत के लिए विशेष महत्व रखता है। पंचांग के अनुसार, चंद्रमा का कुंभ और मीन राशि में संचार, शुभ मुहूर्त और ग्रह स्थिति आज के दिन को आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाते हैं। शुभ समय का पालन कर किए गए कार्य सफलता दिलाएंगे, जबकि राहुकाल और अशुभ मुहूर्त में कार्य आरंभ करने से बचना चाहिए।