अंततः जयप्रकाश राजौरिया जी को भारतीय जनता पार्टी,जिला ग्वालियर महानगर का जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया गया, हालांकि संगठन चुनाव की शुरुआत से ही उनका नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहा था लेकिन पार्टी के कई अन्य चेहरे भी दौड़ में शामिल होने की वजह से श्री रजौरिया का नाम घोषित होने में समय लगा। श्री रजौरिया छात्र जीवन से ही संगठन और विचार को समर्पित रहे हैं उन्होंने रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया और 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचे के विध्वंस के दौरान कारसेवा करते हुए गंभीर रूप से घायल भी हुए यही वजह है कि उन्हें मूलतः संगठन का चेहरा कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होना चाहिए।
जयप्रकाश राजौरिया का विधार्थी जीवन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
विधार्थी जीवन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघकी पृष्ठभूमि वाले संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से जुड़े रहे श्री रजौरिया ने छात्र राजनीति के बाद भारतीय जनता पार्टी की यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के क्रमशः जिला मंत्री,जिला उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष रहे हैं इसके बाद एक अच्छे कार्यकर्त्ता के रूप में उन्होंने भाजपा में कार्य शुरू किया आप भारतीय जनता पार्टी,जिला उपाध्यक्ष भी रहे।
वर्तमान में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भिण्ड के प्रभारी भी है।
आप वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी,मध्यप्रदेश के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हैं साथ ही आप जिला भिण्ड के प्रभारी भी है।
हाल ही में संपन्न हुए संगठन पर्व के अंतर्गत जिला पांढुर्णा के जिला निर्वाचन अधिकारी रहे है।
आप शासकीय एस एल पी महाविद्यालय मुरार के जन भागीदारी अध्यक्ष रह चुके है।
आपके पास मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा) की जिम्मेदारी भी रही है।
आप पूर्व में भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के जिला श्योपुर के प्रभारी भी रहे है।
जयप्रकाश राजौरिया जी लोकसभा चुनाव में मुरैना लोकसभा के प्रभारी भी रह चुके है।
श्री रजौरिया की अखिल भारतीय विधार्थी परिषद की समय से ही पार्टी की वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मित्रता रही साथ ही पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे स्व प्रभात झा से भी उनकी निकटता रही। पार्टी को विश्वास है कि उनके वृहद सांगठनिक अनुभव का लाभ ग्वालियर महानगर को मिलेगा
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