जय माता दी, जय गुरुदेव। आज का पंचांग
आज 4 अगस्त 2025, दिन सोमवार। सावन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है, जो दोपहर 11:42 बजे तक रहेगी, इसके बाद एकादशी तिथि का आरंभ होगा। यह तिथि विशेष रूप से श्रावण मास में आने के कारण धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
🪔 आज का पंचांग विवरण:
- तिथि: शुक्ल दशमी (11:42 AM तक), उपरांत एकादशी
- वार: सोमवार (चंद्रदेव का दिन, शिव आराधना के लिए उत्तम)
- मास: श्रावण
- ऋतु: वर्षा
- संवत्सर: श्री सिद्धार्थी (रौद्र संवत 2082)
- शक संवत: 1947
- कलियुग संवत: 5127
- सूर्य का गोचर: कर्क राशि में
- चंद्रमा का गोचर: वृश्चिक राशि में
- नक्षत्र: अनुराधा (प्रातः 9:13 तक), उपरांत जेष्ठा
- नक्षत्र स्वामी: शनि देव
- योग: ब्रह्मा (प्रातः 7:05 तक), उपरांत ऐंद्र
- करण: गर (प्रातः 11:42 तक), उपरांत वणिज
सूर्य-चंद्र संबंधित विवरण:
- सूर्योदय: प्रातः 6:09 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:21 बजे
- चंद्रोदय: दोपहर 3:28 बजे
- चंद्रास्त: रात्रि 1:27 बजे
शुभ और अशुभ मुहूर्त:
- सर्वार्थ सिद्धि योग:
आरंभ – प्रातः 6:09 बजे
समाप्त – प्रातः 9:13 बजे तक - अभिजीत मुहूर्त:
दोपहर 11:59 बजे से 12:56 बजे तक (57 मिनट)
यह मुहूर्त श्री हरि विष्णु को अत्यंत प्रिय है, अतः इस काल में किए गए कार्य अत्यंत शुभ फल देने वाले होते हैं। - गुलिक काल: दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक
- राहुकाल:
- दिन का: प्रातः 7:30 बजे से 9:00 बजे तक
- रात्रि का: रात्रि 10:21 से 11:51 तक
- यमगण्ड: प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
- भद्राकाल: रात्रि 12:32 बजे से प्रारंभ
- दिशा शूल: आज पूर्व दिशा की यात्रा वर्जित है। आवश्यकता होने पर दर्पण में चेहरा देखकर या शिवजी पर जल चढ़ाकर प्रस्थान करें।
- दिन का ल: दोपहर 1:36:25 पर सभी शुभ कार्य वर्जित हैं।
आज का तारा बल और चंद्रबल:
- तारा बल: प्रातः 9:13 तक
- चंद्रबल: वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ राशि के जातकों के लिए शुभ
जन्मदिन और वर्षगांठ पर शुभकामनाएं:
आज जिनका जन्मदिन या विवाह वर्षगांठ है, उन्हें मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपका जीवन मंगलमय हो।
आज जन्म लेने वाले शिशु का राशिफल:
- राशि: वृश्चिक
- नक्षत्र: अनुराधा (प्रातः 9:13 तक), उपरांत जेष्ठा
- विशेष: जेष्ठा नक्षत्र गंडमूल नक्षत्र है। अतः प्रातः 9:13 के बाद जन्म लेने वाले बच्चों की गंडमूल शांति 27वें दिन अवश्य कराएं।
- जन्म नाम अक्षर: ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू आदि
ग्रहों की स्थिति (ग्रह गोचर):
ग्रह | राशि | अंश / कला | गति |
---|---|---|---|
सूर्य | कर्क | 17°42’12” | 57/28 |
चंद्रमा | वृश्चिक | 18°43’36” | 813/02 |
मंगल | कन्या | 07°03’52” | 37/31 |
बुध | कर्क | 10°19’17” | 11/44 |
बृहस्पति | मिथुन | 19°11’00” | 12/24 |
शुक्र | मिथुन | 16°05’38” | 70/16 |
शनि | मीन | 07°07’31” | 02/37 |
राहु | कुम्भ | 25°37’52” | 03/11 |
केतु | सिंह | 25°37’52” | 03/11 |
🛐 विशेष धार्मिक महत्व:
आज सोमवार होने के कारण भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से शुभ फल देती है। सावन मास का सोमवार होने से इसका धार्मिक महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। रुद्राभिषेक, शिव चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र का जाप अवश्य करें।
🔚 निष्कर्ष:
4 अगस्त 2025 का यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। ग्रहों की अनुकूल स्थिति, शुभ योग, और सावन के पावन सोमवार का संयोग हमें आध्यात्मिक उन्नति और मनोबल वृद्धि का अवसर देता है। पंचांग के अनुसार दिए गए शुभ मुहूर्तों में ही अपने आवश्यक कार्य करें और भगवान शिव की आराधना से अपने दिन की शुरुआत करें।