चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 हिंदू धर्म और ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह ग्रहण भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को लगेगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण रात 9:57 बजे प्रारंभ होगा और इसका सूतक काल दोपहर 12:57 बजे से शुरू हो जाएगा। इस दौरान धार्मिक कार्यों पर रोक रहेगी और मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
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चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 का समय और सूतक काल
- ग्रहण प्रारंभ – रात 9:57 बजे
- सूतक काल प्रारंभ – दोपहर 12:57 बजे से
- ग्रहण समाप्ति – मध्य रात्रि तक
यह ग्रहण भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर और पश्चिमी देशों में भी दिखाई देगा।
🙏 धार्मिक मान्यताएं और सावधानियां
- ग्रहण के दौरान मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं।
- भोजन बनाना और करना वर्जित माना जाता है।
- गर्भवती महिलाओं को धारदार वस्तुएं प्रयोग नहीं करनी चाहिए।
- इस समय हनुमान चालीसा, गायत्री मंत्र और हरिनाम संकीर्तन का जाप करना शुभ होता है।
🔮 चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 का राशियों पर प्रभाव
मेष राशि
- आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर।
- मानसिक तनाव बढ़ेगा।
वृषभ राशि
- व्यापार में नुकसान संभव।
- कोर्ट-कचहरी के मामलों से जूझना पड़ सकता है।
मिथुन राशि
- सामाजिक छवि प्रभावित हो सकती है।
कर्क राशि
- कार्यों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा।
सिंह राशि
- जीवनसाथी से मतभेद की संभावना।
- स्वास्थ्य पर बुरा असर।
कन्या राशि
- शत्रुओं से परेशानियां बढ़ेंगी।
तुला राशि
- मानसिक अस्थिरता और तनाव रहेगा।
वृश्चिक राशि
- धन हानि और स्वास्थ्य संबंधी समस्या।
धनु राशि
- मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिलेगा।
मकर राशि
- आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
कुंभ राशि
- मानसिक आघात और शारीरिक तकलीफें होंगी।
मीन राशि
- खर्चे बढ़ेंगे और कर्ज लेने की स्थिति बनेगी।
✅ उपाय और समाधान
- ग्रहण काल में मंत्र जाप व ध्यान करें।
- जरूरतमंदों को दान करें।
- ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान और पूजा करें।
Note:- ग्रहण की वैज्ञानिक और खगोलीय जानकारी के लिए आप ISRO की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।
📌 निष्कर्ष
चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका प्रभाव हर राशि पर अलग-अलग रूप से दिखाई देगा। उचित सावधानियां और उपाय अपनाकर इसके नकारात्मक असर को कम किया जा सकता है।
👉 डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और धार्मिक परंपराओं पर आधारित है। इसे अंधविश्वास न मानें, अपने विवेक से निर्णय लें।

