सीपी राधाकृष्णन NDA उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल राधाकृष्णन को एनडीए ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
सी.पी. राधाकृष्णन का चयन कैसे हुआ?
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से ही नए उपराष्ट्रपति की तलाश शुरू हो गई थी। इस बार भाजपा और एनडीए ने ऐसा उम्मीदवार चुनने पर सहमति जताई जो पार्टी की विचारधारा और संगठन से लंबे समय से जुड़ा रहा हो।
7 अगस्त को हुई एनडीए नेताओं की बैठक में यह तय हुआ कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा करेंगे। इसके बाद करीब दो घंटे चली पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से सीपी राधाकृष्णन NDA उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में चुने गए।
20 अगस्त को एनडीए की बैठक होगी और 21 अगस्त को सी.पी. राधाकृष्णन नामांकन दाखिल करेंगे। उनके नामांकन में एनडीए के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे।
सी.पी. राधाकृष्णन की राजनीतिक यात्रा
राज्यपाल पद
- महाराष्ट्र: 31 जुलाई 2024 से वर्तमान में राज्यपाल।
- झारखंड: 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक राज्यपाल।
- तेलंगाना: मार्च से जुलाई 2024 तक अतिरिक्त प्रभार।
- पुदुच्चेरी: मार्च से अगस्त 2024 तक उपराज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार)।
सांसद
- 1998 और 1999 में कोयम्बटूर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद रहे।
भाजपा संगठन में भूमिका
- 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष।
- आरएसएस और जनसंघ से राजनीतिक करियर की शुरुआत।
उल्लेखनीय पहल
- 2004–2007 के दौरान भाजपा तमिलनाडु अध्यक्ष रहते हुए 93 दिन की रथ यात्रा निकाली। इसका उद्देश्य था— नदियों का आपस में जोड़ना।
- आतंकवाद विरोध और अस्पृश्यता उन्मूलन की दिशा में काम।
- संसद में वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे।
- कई वित्तीय और सार्वजनिक उपक्रमों से जुड़ी समितियों में सक्रिय भूमिका।
शैक्षिक पृष्ठभूमि
- बी.बी.ए. (व्यवसाय प्रशासन स्नातक), वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज, कोयम्बटूर।
अंतरराष्ट्रीय योगदान
- 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया।
- पहली भारतीय संसदीय टीम के साथ ताइवान का दौरा।
- अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई देशों की यात्राएं कीं।
सीएम योगी का PDA पर हमला – ‘कुएं के मेंढक’ वाले बयान से सपा पर तंज
निष्कर्ष
सी.पी. राधाकृष्णन का चार दशकों से भी लंबा राजनीतिक अनुभव, संगठनात्मक कौशल और प्रशासनिक दक्षता उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं। उनके चयन से यह स्पष्ट है कि एनडीए ने विचारधारा और अनुभव दोनों पर जोर दिया है।