आज का दैनिक पंचांग आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल विवरण
हिंदी दैनिक पंचांग

आज का दैनिक पंचांग – 25 जुलाई 2025

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जय माता दी जय गुरुदेव – आज का दैनिक पंचांग 25 जुलाई 2025

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और विशेष माना जा रहा है। शुक्रवार के दिन का स्वामी दैत्य गुरु शुक्राचार्य हैं, जो वैभव, सौंदर्य और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। आज शिव आराधना श्रेष्ठ और फलदायी रहेगी।

आज का दैनिक पंचांग

  • दिनांक – 25 जुलाई 2025, शुक्रवार
  • संवत्सर – श्री सिद्धार्थी रौद्र संवत 2082
  • शक संवत – 1947 शालिवाहन
  • कलियुग संवत – 5127
  • माह – श्रावण (वर्षा ऋतु)
  • पक्ष – शुक्ल पक्ष
  • तिथि – प्रतिपदा (रात्रि 11:23 तक), उपरांत द्वितीया
  • नक्षत्र – पुष्य (दोपहर 4:01 तक), उपरांत अश्लेषा
  • नक्षत्र स्वामी – शनि
  • योग – वज्र (प्रातः 7:28 तक), उपरांत व्यतिपात
  • करण – किंस्तुघ्न (दोपहर 12:40 तक), उपरांत बालव
  • वार का स्वामी – शुक्राचार्य

सूर्य एवं चंद्र विवरण

  • सूर्योदय – प्रातः 6:04 बजे
  • सूर्यास्त – सायं 7:25 बजे
  • चंद्रोदय – प्रातः 5:50 बजे
  • चंद्रास्त – रात्रि 7:56 बजे
  • चंद्र राशि – कर्क

शुभ-अशुभ समय

  • अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11:58 से 12:54 तक
  • राहुकाल (दिन) – प्रातः 10:30 से दोपहर 12:00 तक
  • राहुकाल (रात्रि) – रात 8:55 से 10:25 तक
  • गुलिक काल – प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक
  • यमगंड – दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक
  • दिशाशूल – पश्चिम दिशा
  • दुष्ट मुहूर्त – 8:21 से 9:16 बजे और 12:54 से 1:49 बजे तक

ग्रह गोचर

  • सूर्य – कर्क राशि (08°08′)
  • चंद्रमा – कर्क राशि (09°20′)
  • मंगल – सिंह राशि (02°06′)
  • बुध – कर्क राशि (14°45′)
  • बृहस्पति – मिथुन राशि (17°30′)
  • शुक्र – कर्क राशि (प्रातः 8:56 बजे, 06°46′)
  • शनि – मीन राशि (07°25′)
  • राहु – कुंभ राशि (26°03′)
  • केतु – सिंह राशि (26°03′)

आज का चौघड़िया

  • लाभ – प्रातः 7:34 से 9:04 बजे तक
  • अमृत – प्रातः 9:04 से 10:34 बजे तक
  • शुभ – दोपहर 12:40 से 1:34 बजे तक

विशेष जानकारी

  • आज शक्ति व्रत का आरंभ है।
  • अश्लेषा नक्षत्र दोपहर 4:01 बजे से शुरू होगा। यह गंडमूल नक्षत्र है, अतः इस समय जन्मे शिशुओं के लिए 27वें दिन शांति अनिवार्य है।
  • आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि कर्क रहेगी।

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श्रावण मास का धार्मिक महत्व और इसके व्रतों की जानकारी के लिए श्रावण मास विकिपीडिया पेज पढ़ें।

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