नवरात्रि में शक्ति की पूजा – संपूर्ण मार्गदर्शिका

घर को साफ-सुथरा करें, पवित्र वातावरण बनाएं और पूजा स्थान पर कलश स्थापना की तैयारी करें।

शुभ मुहूर्त में मिट्टी के पात्र में जौ बोकर उस पर जल से भरा कलश रखें और उस पर नारियल व आम्रपल्लव सजाएं।

कलश स्थापना को ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह पूजा की शुरुआत का सबसे अहम चरण है।

कलश के पास माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र रखें और उस पर अक्षत, फूल व वस्त्र अर्पित करें।

प्रत्येक दिन माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करें। "ॐ दुं दुर्गायै नमः" मंत्र जपें और दुर्गा चालीसा पढ़ें।

उपवास करें या सात्विक आहार लें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें और ब्रह्मचर्य का पालन करें।

अष्टमी या नवमी को नौ कन्याओं को आमंत्रित कर भोजन कराएं, चरण पूजन करें और उपहार दें।

नवमी या दशमी के दिन हवन करें और कलश विसर्जन कर पूजा का समापन करें।

नवरात्रि की पूजा से शक्ति, स्वास्थ्य, धन और पारिवारिक सुख-शांति की प्राप्ति होती है।