– ताज़ा अदरक की जड़ को काटकर या कद्दूकस करके गर्म पानी में डाला जाता है। – इसमें आवश्यक जैविक यौगिक जैसे जिंजरोल और शोघॉल होते हैं। – यह कैफीन-मुक्त होती है, हल्की और पाचन के लिए अनुकूल।
अदरक पाचन एंजाइमों को सक्रिय करती है, जिससे भोजन जल्दी पचता है। गैस, अपच और पेट फूलने की शिकायत कम हो सकती है।
अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी (抗- सूजन) गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं। यह थर्मोजेनेसिस (शरीर की ऊष्मा उत्पादन प्रक्रिया) को बढ़ाकर कैलोरी खर्च बढ़ा सकता है।
सूजन एवं मेटाबॉलिज्म में सहायक
अध्ययन बताते हैं कि नियमित अदरक चाय पीने से बॉडी वेट, कमर-कूल्हा अनुपात और वसा स्तर में सुधार हो सकता है। अदरक में जिंजरॉल और शोघॉल जैसे यौगिक वसा जलाने व जमा होने में भूमिका निभा सकते हैं।
अदरक चाय भूख को नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है, जिससे अधिक भूख न लगे। यह स्नैक्स खाने की इच्छा और अधिक खाने को कम कर सकती है।
– 1 इंच अदरक की जड़ काटें या कद्दूकस करें। – 1 कप (लगभग 200–250 मि.ली.) पानी उबालें। – अदरक डालकर 5–7 मिनट तक उबालें। – छान लें। – गर्म होने पर निम्बू का रस या थोड़ा शहद मिलाएं (यदि चाहें)।
– नियमितता बनाए रखें — रोज़ पिएँ। – वजन घटाने वाला आहार व व्यायाम साथ में करें — चाय अकेले जादू नहीं करती। – पानी खूब पिएँ और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ कम करें।
अधिक मात्रा (4 ग्राम से अधिक) लेने से जलन, बदहजमी या मसूड़ों में समस्या हो सकती है। यदि आप रक्त पतला करने वाली दवाएं, शुगर नियंत्रण दवाएं या ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हों, तो पहले डॉक्टर से सलाह लें। पेट में अल्सर या एसिडिटी हो, तो सावधानी बरतें।
रोज़ सुबह अदरक चाय पाचन बेहतर करती है, सूजन कम कर सकती है और वजन घटाने में सहायक हो सकती है। लेकिन इसे स्वस्थ आहार-व्यायाम के साथ अपनाना चाहिए। पहले छोटे मात्रा से शुरुआत करें और यदि लाभ मिलें, तो इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें। यदि कोई बीमारी है, तो डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें।